- Posts tagged as: Pitri Paksha Shradh
आत्मा की अमरता के सिद्धान्त को तो स्वयं भगवान श्री कृष्ण गीता में उपदेशित करते हैं. आत्मा जब तक अपने परम+आत्मा से संयोग नहीं कर लेता तब तक विभिन्न योनियों में भटकता है और इस दरान उसे श्राद्ध कर्म से संतुष्टि मिलती है. श्राद्ध की बड़ी ही महि[...]
Read More »Latest Posts
- ➺ शत अपराध शमन व्रत (Shat Apradh Shaman Vrata)
- ➺ प्रदोष व्रत का महत्व (Pradosha vrata and Vidhi)
- ➺ Varuthini Ekadashi Vrat - वरूथिनी एकादशी व्रत एवं महात्म[...]
- ➺ Bhishma Panchak Vrat Katha - भीष्म पंचक व्रत कथा विधि
- ➺ Navgrah Shanti Durga Pooja - नवग्रह शांति दुर्गा पूजा
- ➺ शनिवार के दिन शनि व्रत (Shani Dev Vrat )
- ➺ कामदा एकादशी व्रत (Kamada Ekadashi Vrat)
- ➺ वामन जयन्ती व्रतोपवास (Vaman Jayanti Vrat)
- ➺ Arti Santoshi Ma – सन्तोषी माता की आरती
- ➺ Ganesh jI ki Arti – गणेश जी की आरती
- ➺ Arti Amba Gauri – अम्बे गौरी की आरती
- ➺ Ramayan ji ki Arti – आरती श्री रामायणजी की ।
- ➺ Arti Shiv Shankar – शिव शंकर जी की आरती
- ➺ Arti – Krishna Kunjvihari – आरती कुँज बिहारी की
- ➺ Hanuman Ji ki Arti – हनुमान जी की आरती
- ➺ Aarti – Om Jai Jagadish Hare
- ➺ Lakshmi arti Laxmi jI ki Aarti – लक्ष्मी जी की आरती
- ➺ Asamai vrat katha (आसमाई व्रत कथा)
- ➺ सत्यनारायण व्रत एवं पूजा विधि और कथा (The story of Satya[...]
- ➺ पद्मिनी एकादशी व्रत कथा महात्मय (Padmini Ekadashi Vrat K[...]